📘 Part A: Contemporary World Politics (समकालीन विश्व राजनीति) The Cold War Era (शीत युद्ध का दौर) The End of Bipolarity (द्विध्रुवीयता का अंत) US Hegemony in World Politics ( विश्व राजनीति में अमेरिकी वर्चस्व ) Alternative Centres of Power ( शक्ति के वैकल्पिक केंद्र ) Contemporary South Asia ( समकालीन दक्षिण एशिया ) International Organizations ( अंतर्राष्ट्रीय संगठन ) Security in the Contemporary World ( समकालीन विश्व में सुरक्षा ) Environment and Natural Resources ( पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधन ) Globalisation ( वैश्वीकरण ) 📘 Part B: Politics in India Since Independence (स्वतंत्रता के बाद भारत में राजनीति) Challenges of Nation-Building (राष्ट्र निर्माण की चुनौतियाँ) Era of One-Party Dominance (एक-दलीय प्रभुत्व का युग) Politics of Planned Development (नियोजित विकास की राजनीति) India’s External Relations (भारत के विदेश संबंध) Challenges to and Restoration of the Congress System ( कांग्रेस प्रणाली की चुनौतियाँ और पुनर्स्थापना ) The Crisis of Democratic...
भारत के उपराष्ट्रपति: परीक्षा के लिए आसान, रोचक और गहराई से समझने योग्य गाइड भारत का उपराष्ट्रपति पद ऐसा है, जिसे अक्सर छात्र परीक्षा के समय तो पढ़ते हैं, लेकिन असल में यह पद भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और संतुलन का प्रतीक है। सोचिए, अगर राष्ट्रपति अचानक अनुपस्थित हो जाएं—तो देश का संचालन कौन करेगा? यही जिम्मेदारी उपराष्ट्रपति पर आती है। इस लेख को कहानी की तरह पढ़िए और हर बिंदु को परीक्षा टिप के रूप में याद कीजिए। 1. उपराष्ट्रपति कौन होता है? – एक परिचय उपराष्ट्रपति को भारत का "दूसरा नागरिक" कहा जाता है। अनुच्छेद 63 कहता है: “भारत में एक उपराष्ट्रपति होगा।” अमेरिका की तरह ही यह "नंबर-2" का पद है, लेकिन खासियत यह है कि उपराष्ट्रपति संसद के उच्च सदन राज्यसभा के सभापति भी होते हैं। 👉 याद रखने की ट्रिक : राष्ट्रपति = राष्ट्राध्यक्ष उपराष्ट्रपति = राज्यसभा + राष्ट्रपति का बैकअप 2. ऐतिहासिक झलक – कहानी की शुरुआत पहले उपराष्ट्रपति : डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (1952-1962)। वे दार्शनिक, शिक्षक और विचारक थे। उनके सम्मान में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता...