📘 Part A: Contemporary World Politics (समकालीन विश्व राजनीति) The Cold War Era (शीत युद्ध का दौर) The End of Bipolarity (द्विध्रुवीयता का अंत) US Hegemony in World Politics ( विश्व राजनीति में अमेरिकी वर्चस्व ) Alternative Centres of Power ( शक्ति के वैकल्पिक केंद्र ) Contemporary South Asia ( समकालीन दक्षिण एशिया ) International Organizations ( अंतर्राष्ट्रीय संगठन ) Security in the Contemporary World ( समकालीन विश्व में सुरक्षा ) Environment and Natural Resources ( पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधन ) Globalisation ( वैश्वीकरण ) 📘 Part B: Politics in India Since Independence (स्वतंत्रता के बाद भारत में राजनीति) Challenges of Nation-Building (राष्ट्र निर्माण की चुनौतियाँ) Era of One-Party Dominance (एक-दलीय प्रभुत्व का युग) Politics of Planned Development (नियोजित विकास की राजनीति) India’s External Relations (भारत के विदेश संबंध) Challenges to and Restoration of the Congress System ( कांग्रेस प्रणाली की चुनौतियाँ और पुनर्स्थापना ) The Crisis of Democratic...
12वीं राजनीति विज्ञान महत्वपूर्ण प्रश्न
अध्याय 1: द्विध्रुवीयता का अंत
यह अध्याय शीत युद्ध की समाप्ति और सोवियत संघ के विघटन से संबंधित है।
महत्वपूर्ण प्रश्न
1. द्विध्रुवीयता से क्या तात्पर्य है?
द्विध्रुवीयता का अर्थ है ऐसी वैश्विक व्यवस्था, जिसमें दो महाशक्तियों (अमेरिका और सोवियत संघ) का दबदबा हो।
2. सोवियत संघ के विघटन के क्या कारण थे?
उत्तर:
आर्थिक संकट और कमजोर अर्थव्यवस्था।
राजनीतिक व्यवस्था में भ्रष्टाचार।
मिखाइल गोर्बाचेव की नीतियां:
ग्लासनोस्त (खुलेपन की नीति)।
पेरेस्त्रोइका (पुनर्गठन)।
सैनिक खर्च में अत्यधिक वृद्धि।
राष्ट्रवाद और स्वायत्तता की मांग।
3. सोवियत संघ के विघटन के परिणाम लिखें।
उत्तर:
शीत युद्ध का अंत।
रूस समेत 15 नए देशों का उदय।
अमेरिका का विश्व में एकमात्र महाशक्ति के रूप में उभरना।
द्विध्रुवीयता से एकध्रुवीयता का युग शुरू।
वैश्वीकरण और आर्थिक उदारीकरण में वृद्धि।
4. ग्लासनोस्त और पेरेस्त्रोइका का क्या महत्व था?
ग्लासनोस्त (खुलेपन की नीति): सोवियत संघ में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बढ़ावा दिया।
पेरेस्त्रोइका (पुनर्गठन): आर्थिक और राजनीतिक व्यवस्था में सुधार के प्रयास।
5. शीत युद्ध की समाप्ति का वैश्विक राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ा?
विश्व में सैन्य टकराव में कमी।
अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में सुधार।
संयुक्त राष्ट्र संघ की भूमिका बढ़ी।
क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में वृद्धि।
6. सोवियत संघ के विघटन के बाद रूस की स्थिति पर प्रकाश डालें।
रूस की अर्थव्यवस्था कमजोर हो गई।
रूस ने बाजार आधारित अर्थव्यवस्था को अपनाया।
पश्चिमी देशों से संबंध बेहतर हुए।
7. द्विध्रुवीयता के अंत के बाद भारत पर इसका क्या प्रभाव पड़ा?
भारत ने अपनी आर्थिक नीतियों में उदारीकरण किया।
अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के साथ संबंध सुधरे।
रूस (पूर्व सोवियत संघ) के साथ रक्षा और ऊर्जा संबंध जारी रहे।
8. सोवियत संघ के टूटने से अंतरराष्ट्रीय संगठनों पर क्या प्रभाव पड़ा?
नाटो (NATO) की भूमिका में परिवर्तन।
संयुक्त राष्ट्र का महत्व बढ़ा।
क्षेत्रीय संगठनों जैसे यूरोपीय संघ (EU) की सक्रियता।
लघु प्रश्न
1. शीत युद्ध का अंत कब हुआ?
1991 में सोवियत संघ के विघटन के साथ।
2. सोवियत संघ के विघटन से कौन-कौन से नए देश बने?
रूस, यूक्रेन, बेलारूस, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, आदि (कुल 15 देश)।
3. गोर्बाचेव कौन थे, और उनकी क्या भूमिका थी?
मिखाइल गोर्बाचेव सोवियत संघ के अंतिम नेता थे। उन्होंने ग्लासनोस्त और पेरेस्त्रोइका जैसी सुधारवादी नीतियां लागू कीं।
4. द्विध्रुवीयता के बाद की विश्व व्यवस्था को क्या कहा जाता है?
एकध्रुवीय विश्व व्यवस्था।
5. सोवियत संघ का विघटन कब हुआ?
25 दिसंबर 1991।
विस्तृत प्रश्न
1. सोवियत संघ के विघटन के कारणों और परिणामों पर एक विस्तृत निबंध लिखें।
2. शीत युद्ध की समाप्ति के बाद भारत की विदेश नीति में क्या बदलाव आए?
3. मिखाइल गोर्बाचेव की नीतियों ने सोवियत संघ के विघटन में कैसे योगदान दिया?
यदि आपको किसी अन्य प्रश्न की आवश्यकता हो, तो बताइए!
6: अंतर्राष्ट्रीय संगठन के महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर नीचे दिए गए हैं। यह अध्याय अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र (UN) और अन्य वैश्विक संस्थाओं की भूमिका और महत्व पर केंद्रित है।
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महत्वपूर्ण प्रश्न
1. अंतर्राष्ट्रीय संगठन क्या हैं?
उत्तर:
अंतर्राष्ट्रीय संगठन वे संस्थाएं हैं जो विश्व के विभिन्न देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक मुद्दों पर सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कार्य करती हैं।
उदाहरण: संयुक्त राष्ट्र (UN), विश्व व्यापार संगठन (WTO), अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)।
2. संयुक्त राष्ट्र (UN) की स्थापना कब हुई और इसके उद्देश्य क्या हैं?
उत्तर:
स्थापना: 24 अक्टूबर 1945।
उद्देश्य:
विश्व शांति और सुरक्षा बनाए रखना।
राष्ट्रों के बीच दोस्ताना संबंध विकसित करना।
मानवाधिकारों की रक्षा।
आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देना।
3. संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख संस्थाएं कौन-कौन सी हैं?
उत्तर:
महासभा (General Assembly)।
सुरक्षा परिषद (Security Council)।
आर्थिक और सामाजिक परिषद (ECOSOC)।
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ)।
सचिवालय।
न्यास परिषद (Trusteeship Council - अब निष्क्रिय)।
4. सुरक्षा परिषद (Security Council) में स्थायी और अस्थायी सदस्यों की संख्या कितनी है?
उत्तर:
स्थायी सदस्य: 5 (अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन)।
अस्थायी सदस्य: 10 (2 साल के लिए चुने जाते हैं)।
5. वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (WTO) क्या है, और इसका क्या उद्देश्य है?
उत्तर:
WTO एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है जो विश्व व्यापार को बढ़ावा देने के लिए काम करता है।
उद्देश्य:
व्यापारिक बाधाओं को कम करना।
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विवादों का समाधान।
मुक्त व्यापार को बढ़ावा देना।
6. UNESCO और UNICEF के कार्य क्या हैं?
उत्तर:
UNESCO: शिक्षा, विज्ञान, संस्कृति, और विश्व धरोहर संरक्षण में योगदान।
UNICEF: बच्चों के अधिकारों, शिक्षा, स्वास्थ्य, और कल्याण के लिए काम करना।
7. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक में क्या अंतर है?
उत्तर:
IMF:
मुद्रा स्थिरता और वित्तीय सहायता।
अल्पकालिक आर्थिक सहायता।
विश्व बैंक:
विकास परियोजनाओं के लिए ऋण और तकनीकी सहायता।
दीर्घकालिक सहायता।
8. संयुक्त राष्ट्र संघ की सफलता और असफलताएँ लिखें।
उत्तर:
सफलताएँ:
विश्व युद्धों की रोकथाम।
मानवाधिकारों की रक्षा।
शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार।
असफलताएँ:
बड़े देशों पर निर्भरता।
सुरक्षा परिषद का पक्षपात।
क्षेत्रीय संघर्षों को रोकने में विफलता।
9. सुरक्षा परिषद में सुधार की क्या आवश्यकता है?
उत्तर:
स्थायी और अस्थायी सदस्यता का विस्तार।
विकासशील देशों को उचित प्रतिनिधित्व।
वीटो शक्ति में बदलाव।
10. संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद में क्या अंतर है?
उत्तर:
महासभा: सभी सदस्य देशों का प्रतिनिधित्व।
सुरक्षा परिषद: शांति और सुरक्षा से संबंधित निर्णय लेने की मुख्य संस्था।
---
लघु प्रश्न
1. संयुक्त राष्ट्र के वर्तमान में कितने सदस्य देश हैं?
193 सदस्य।
2. UN के सचिवालय का मुख्यालय कहाँ स्थित है?
न्यूयॉर्क, अमेरिका।
3. स्थायी सदस्यों को कौन-सी विशेष शक्ति प्राप्त है?
वीटो शक्ति।
4. अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय कहाँ स्थित है?
हेग, नीदरलैंड।
5. WTO की स्थापना कब हुई?
1 जनवरी 1995।
---
विस्तृत प्रश्न
1. संयुक्त राष्ट्र की सफलताओं और असफलताओं का मूल्यांकन करें।
2. सुरक्षा परिषद में सुधार की आवश्यकता और चुनौतियाँ।
3. IMF और विश्व बैंक के उद्देश्यों और कार्यों की तुलना करें।
4. वैश्विक राजनीति में WTO और अन्य आर्थिक संगठनों की भूमिका।
5. संयुक्त राष्ट्र की भूमिका को अधिक प्रभावी बनाने के सुझाव।
अगर आपको किसी विशेष प्रश्न का विस्तृत उत्तर चाहिए, तो बताएं!
12वीं राजनीति विज्ञान - अध्याय 6: अंतर्राष्ट्रीय संगठन के महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर नीचे दिए गए हैं। यह अध्याय अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र (UN) और अन्य वैश्विक संस्थाओं की भूमिका और महत्व पर केंद्रित है।
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महत्वपूर्ण प्रश्न
1. अंतर्राष्ट्रीय संगठन क्या हैं?
उत्तर:
अंतर्राष्ट्रीय संगठन वे संस्थाएं हैं जो विश्व के विभिन्न देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक मुद्दों पर सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कार्य करती हैं।
उदाहरण: संयुक्त राष्ट्र (UN), विश्व व्यापार संगठन (WTO), अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)।
2. संयुक्त राष्ट्र (UN) की स्थापना कब हुई और इसके उद्देश्य क्या हैं?
उत्तर:
स्थापना: 24 अक्टूबर 1945।
उद्देश्य:
विश्व शांति और सुरक्षा बनाए रखना।
राष्ट्रों के बीच दोस्ताना संबंध विकसित करना।
मानवाधिकारों की रक्षा।
आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देना।
3. संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख संस्थाएं कौन-कौन सी हैं?
उत्तर:
महासभा (General Assembly)।
सुरक्षा परिषद (Security Council)।
आर्थिक और सामाजिक परिषद (ECOSOC)।
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ)।
सचिवालय।
न्यास परिषद (Trusteeship Council - अब निष्क्रिय)।
4. सुरक्षा परिषद (Security Council) में स्थायी और अस्थायी सदस्यों की संख्या कितनी है?
उत्तर:
स्थायी सदस्य: 5 (अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन)।
अस्थायी सदस्य: 10 (2 साल के लिए चुने जाते हैं)।
5. वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (WTO) क्या है, और इसका क्या उद्देश्य है?
उत्तर:
WTO एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है जो विश्व व्यापार को बढ़ावा देने के लिए काम करता है।
उद्देश्य:
व्यापारिक बाधाओं को कम करना।
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विवादों का समाधान।
मुक्त व्यापार को बढ़ावा देना।
6. UNESCO और UNICEF के कार्य क्या हैं?
उत्तर:
UNESCO: शिक्षा, विज्ञान, संस्कृति, और विश्व धरोहर संरक्षण में योगदान।
UNICEF: बच्चों के अधिकारों, शिक्षा, स्वास्थ्य, और कल्याण के लिए काम करना।
7. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक में क्या अंतर है?
उत्तर:
IMF:
मुद्रा स्थिरता और वित्तीय सहायता।
अल्पकालिक आर्थिक सहायता।
विश्व बैंक:
विकास परियोजनाओं के लिए ऋण और तकनीकी सहायता।
दीर्घकालिक सहायता।
8. संयुक्त राष्ट्र संघ की सफलता और असफलताएँ लिखें।
उत्तर:
सफलताएँ:
विश्व युद्धों की रोकथाम।
मानवाधिकारों की रक्षा।
शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार।
असफलताएँ:
बड़े देशों पर निर्भरता।
सुरक्षा परिषद का पक्षपात।
क्षेत्रीय संघर्षों को रोकने में विफलता।
9. सुरक्षा परिषद में सुधार की क्या आवश्यकता है?
उत्तर:
स्थायी और अस्थायी सदस्यता का विस्तार।
विकासशील देशों को उचित प्रतिनिधित्व।
वीटो शक्ति में बदलाव।
10. संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद में क्या अंतर है?
उत्तर:
महासभा: सभी सदस्य देशों का प्रतिनिधित्व।
सुरक्षा परिषद: शांति और सुरक्षा से संबंधित निर्णय लेने की मुख्य संस्था।
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लघु प्रश्न
1. संयुक्त राष्ट्र के वर्तमान में कितने सदस्य देश हैं?
193 सदस्य।
2. UN के सचिवालय का मुख्यालय कहाँ स्थित है?
न्यूयॉर्क, अमेरिका।
3. स्थायी सदस्यों को कौन-सी विशेष शक्ति प्राप्त है?
वीटो शक्ति।
4. अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय कहाँ स्थित है?
हेग, नीदरलैंड।
5. WTO की स्थापना कब हुई?
1 जनवरी 1995।
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विस्तृत प्रश्न
1. संयुक्त राष्ट्र की सफलताओं और असफलताओं का मूल्यांकन करें।
2. सुरक्षा परिषद में सुधार की आवश्यकता और चुनौतियाँ।
3. IMF और विश्व बैंक के उद्देश्यों और कार्यों की तुलना करें।
4. वैश्विक राजनीति में WTO और अन्य आर्थिक संगठनों की भूमिका।
5. संयुक्त राष्ट्र की भूमिका को अधिक प्रभावी बनाने के सुझाव।
अगर आपको किसी विशेष प्रश्न का विस्तृत उत्तर चाहिए, तो बताएं!
12वीं राजनीति विज्ञान - अध्याय 7: समकालीन विश्व में सुरक्षा के महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर निम्नलिखित हैं। यह अध्याय सुरक्षा की परिभाषा, इसके प्रकार, और वैश्विक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित है।
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महत्वपूर्ण प्रश्न
1. सुरक्षा से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
सुरक्षा का तात्पर्य किसी देश, समाज या व्यक्ति को आंतरिक और बाहरी खतरों से बचाने से है।
इसमें सैन्य, आर्थिक, राजनीतिक, और पर्यावरणीय पहलुओं की सुरक्षा शामिल है।
2. सुरक्षा के प्रकार कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
सुरक्षा को मुख्य रूप से दो प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है:
पारंपरिक सुरक्षा: बाहरी सैन्य खतरों से रक्षा।
गैर-पारंपरिक सुरक्षा: मानव सुरक्षा, पर्यावरण सुरक्षा, स्वास्थ्य, और गरीबी उन्मूलन।
3. पारंपरिक सुरक्षा की विशेषताएँ क्या हैं?
उत्तर:
बाहरी खतरों से देश की रक्षा।
सैन्य शक्ति पर जोर।
सीमा विवादों और युद्ध के समाधान।
शीत युद्ध के दौरान इस पर विशेष ध्यान दिया गया।
4. गैर-पारंपरिक सुरक्षा क्या है?
उत्तर:
गैर-पारंपरिक सुरक्षा उन मुद्दों से संबंधित है, जो मानव जीवन और समाज पर प्रत्यक्ष प्रभाव डालते हैं।
उदाहरण:
पर्यावरणीय संकट।
आतंकवाद।
महामारी।
आर्थिक असमानता।
5. मानव सुरक्षा से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
मानव सुरक्षा का अर्थ है व्यक्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
इसमें गरीबी उन्मूलन, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, और रोजगार सुरक्षा शामिल हैं।
6. आतंकवाद से सुरक्षा पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
आतंकवाद आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है।
यह राजनीतिक अस्थिरता, आर्थिक नुकसान और सामाजिक असुरक्षा को बढ़ाता है।
वैश्विक स्तर पर देशों को एकजुट होकर आतंकवाद से निपटना पड़ता है।
7. पर्यावरणीय सुरक्षा क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर:
प्राकृतिक संसाधनों का अति उपयोग और प्रदूषण से जलवायु परिवर्तन हो रहा है।
ग्लोबल वार्मिंग, जैव विविधता का नुकसान, और जल संकट जैसे मुद्दे मानव अस्तित्व के लिए खतरा हैं।
पर्यावरणीय सुरक्षा के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग आवश्यक है।
8. शीत युद्ध के दौरान सुरक्षा की अवधारणा क्या थी?
उत्तर:
शीत युद्ध के दौरान सुरक्षा का अर्थ था सैन्य शक्ति और परमाणु हथियारों की दौड़।
मुख्य रूप से अमेरिका और सोवियत संघ के बीच शक्ति संतुलन पर ध्यान दिया गया।
शत्रु देशों के खिलाफ सैन्य गठबंधन बनाए गए।
9. नरम शक्ति (Soft Power) से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
नरम शक्ति का तात्पर्य है किसी देश की संस्कृति, विचारधारा और कूटनीति के माध्यम से प्रभाव डालना।
उदाहरण:
शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान।
आर्थिक सहायता।
10. आर्थिक सुरक्षा का क्या महत्व है?
उत्तर:
आर्थिक सुरक्षा से तात्पर्य है किसी देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर और आत्मनिर्भर बनाना।
यह रोजगार, औद्योगिक विकास, और निवेश पर निर्भर करती है।
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लघु प्रश्न
1. पारंपरिक और गैर-पारंपरिक सुरक्षा में अंतर बताएं।
2. मानव सुरक्षा के मुख्य पहलू क्या हैं?
3. नरम शक्ति और कठोर शक्ति (Hard Power) में क्या अंतर है?
4. पर्यावरणीय सुरक्षा के प्रमुख खतरों का उल्लेख करें।
5. आतंकवाद वैश्विक सुरक्षा के लिए क्यों चुनौती है?
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विस्तृत प्रश्न
1. समकालीन विश्व में सुरक्षा की बदलती अवधारणा का वर्णन करें।
2. गैर-पारंपरिक सुरक्षा के प्रमुख खतरों की व्याख्या करें।
3. पर्यावरणीय सुरक्षा के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों का मूल्यांकन करें।
4. शीत युद्ध और शीत युद्ध के बाद सुरक्षा की अवधारणा में क्या अंतर आया?
5. आर्थिक सुरक्षा और वैश्विक विकास के संबंध पर चर्चा करें।
अगर किसी विशेष प्रश्न का विस्तृत उत्तर चाहिए, तो बताएं!
12वीं राजनीति विज्ञान - अध्याय 7: समकालीन विश्व में सुरक्षा के महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर निम्नलिखित हैं। यह अध्याय सुरक्षा की परिभाषा, इसके प्रकार, और वैश्विक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित है।
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महत्वपूर्ण प्रश्न
1. सुरक्षा से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
सुरक्षा का तात्पर्य किसी देश, समाज या व्यक्ति को आंतरिक और बाहरी खतरों से बचाने से है।
इसमें सैन्य, आर्थिक, राजनीतिक, और पर्यावरणीय पहलुओं की सुरक्षा शामिल है।
2. सुरक्षा के प्रकार कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
सुरक्षा को मुख्य रूप से दो प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है:
पारंपरिक सुरक्षा: बाहरी सैन्य खतरों से रक्षा।
गैर-पारंपरिक सुरक्षा: मानव सुरक्षा, पर्यावरण सुरक्षा, स्वास्थ्य, और गरीबी उन्मूलन।
3. पारंपरिक सुरक्षा की विशेषताएँ क्या हैं?
उत्तर:
बाहरी खतरों से देश की रक्षा।
सैन्य शक्ति पर जोर।
सीमा विवादों और युद्ध के समाधान।
शीत युद्ध के दौरान इस पर विशेष ध्यान दिया गया।
4. गैर-पारंपरिक सुरक्षा क्या है?
उत्तर:
गैर-पारंपरिक सुरक्षा उन मुद्दों से संबंधित है, जो मानव जीवन और समाज पर प्रत्यक्ष प्रभाव डालते हैं।
उदाहरण:
पर्यावरणीय संकट।
आतंकवाद।
महामारी।
आर्थिक असमानता।
5. मानव सुरक्षा से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
मानव सुरक्षा का अर्थ है व्यक्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
इसमें गरीबी उन्मूलन, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, और रोजगार सुरक्षा शामिल हैं।
6. आतंकवाद से सुरक्षा पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
आतंकवाद आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है।
यह राजनीतिक अस्थिरता, आर्थिक नुकसान और सामाजिक असुरक्षा को बढ़ाता है।
वैश्विक स्तर पर देशों को एकजुट होकर आतंकवाद से निपटना पड़ता है।
7. पर्यावरणीय सुरक्षा क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर:
प्राकृतिक संसाधनों का अति उपयोग और प्रदूषण से जलवायु परिवर्तन हो रहा है।
ग्लोबल वार्मिंग, जैव विविधता का नुकसान, और जल संकट जैसे मुद्दे मानव अस्तित्व के लिए खतरा हैं।
पर्यावरणीय सुरक्षा के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग आवश्यक है।
8. शीत युद्ध के दौरान सुरक्षा की अवधारणा क्या थी?
उत्तर:
शीत युद्ध के दौरान सुरक्षा का अर्थ था सैन्य शक्ति और परमाणु हथियारों की दौड़।
मुख्य रूप से अमेरिका और सोवियत संघ के बीच शक्ति संतुलन पर ध्यान दिया गया।
शत्रु देशों के खिलाफ सैन्य गठबंधन बनाए गए।
9. नरम शक्ति (Soft Power) से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
नरम शक्ति का तात्पर्य है किसी देश की संस्कृति, विचारधारा और कूटनीति के माध्यम से प्रभाव डालना।
उदाहरण:
शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान।
आर्थिक सहायता।
10. आर्थिक सुरक्षा का क्या महत्व है?
उत्तर:
आर्थिक सुरक्षा से तात्पर्य है किसी देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर और आत्मनिर्भर बनाना।
यह रोजगार, औद्योगिक विकास, और निवेश पर निर्भर करती है।
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लघु प्रश्न
1. पारंपरिक और गैर-पारंपरिक सुरक्षा में अंतर बताएं।
2. मानव सुरक्षा के मुख्य पहलू क्या हैं?
3. नरम शक्ति और कठोर शक्ति (Hard Power) में क्या अंतर है?
4. पर्यावरणीय सुरक्षा के प्रमुख खतरों का उल्लेख करें।
5. आतंकवाद वैश्विक सुरक्षा के लिए क्यों चुनौती है?
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विस्तृत प्रश्न
1. समकालीन विश्व में सुरक्षा की बदलती अवधारणा का वर्णन करें।
2. गैर-पारंपरिक सुरक्षा के प्रमुख खतरों की व्याख्या करें।
3. पर्यावरणीय सुरक्षा के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों का मूल्यांकन करें।
4. शीत युद्ध और शीत युद्ध के बाद सुरक्षा की अवधारणा में क्या अंतर आया?
5. आर्थिक सुरक्षा और वैश्विक विकास के संबंध पर चर्चा करें।
अगर किसी विशेष प्रश्न का विस्तृत उत्तर चाहिए, तो बताएं!
12वीं राजनीति विज्ञान - अध्याय 7: समकालीन विश्व में सुरक्षा के महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर निम्नलिखित हैं। यह अध्याय सुरक्षा की परिभाषा, इसके प्रकार, और वैश्विक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित है।
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महत्वपूर्ण प्रश्न
1. सुरक्षा से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
सुरक्षा का तात्पर्य किसी देश, समाज या व्यक्ति को आंतरिक और बाहरी खतरों से बचाने से है।
इसमें सैन्य, आर्थिक, राजनीतिक, और पर्यावरणीय पहलुओं की सुरक्षा शामिल है।
2. सुरक्षा के प्रकार कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
सुरक्षा को मुख्य रूप से दो प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है:
पारंपरिक सुरक्षा: बाहरी सैन्य खतरों से रक्षा।
गैर-पारंपरिक सुरक्षा: मानव सुरक्षा, पर्यावरण सुरक्षा, स्वास्थ्य, और गरीबी उन्मूलन।
3. पारंपरिक सुरक्षा की विशेषताएँ क्या हैं?
उत्तर:
बाहरी खतरों से देश की रक्षा।
सैन्य शक्ति पर जोर।
सीमा विवादों और युद्ध के समाधान।
शीत युद्ध के दौरान इस पर विशेष ध्यान दिया गया।
4. गैर-पारंपरिक सुरक्षा क्या है?
उत्तर:
गैर-पारंपरिक सुरक्षा उन मुद्दों से संबंधित है, जो मानव जीवन और समाज पर प्रत्यक्ष प्रभाव डालते हैं।
उदाहरण:
पर्यावरणीय संकट।
आतंकवाद।
महामारी।
आर्थिक असमानता।
5. मानव सुरक्षा से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
मानव सुरक्षा का अर्थ है व्यक्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
इसमें गरीबी उन्मूलन, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, और रोजगार सुरक्षा शामिल हैं।
6. आतंकवाद से सुरक्षा पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
आतंकवाद आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है।
यह राजनीतिक अस्थिरता, आर्थिक नुकसान और सामाजिक असुरक्षा को बढ़ाता है।
वैश्विक स्तर पर देशों को एकजुट होकर आतंकवाद से निपटना पड़ता है।
7. पर्यावरणीय सुरक्षा क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर:
प्राकृतिक संसाधनों का अति उपयोग और प्रदूषण से जलवायु परिवर्तन हो रहा है।
ग्लोबल वार्मिंग, जैव विविधता का नुकसान, और जल संकट जैसे मुद्दे मानव अस्तित्व के लिए खतरा हैं।
पर्यावरणीय सुरक्षा के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग आवश्यक है।
8. शीत युद्ध के दौरान सुरक्षा की अवधारणा क्या थी?
उत्तर:
शीत युद्ध के दौरान सुरक्षा का अर्थ था सैन्य शक्ति और परमाणु हथियारों की दौड़।
मुख्य रूप से अमेरिका और सोवियत संघ के बीच शक्ति संतुलन पर ध्यान दिया गया।
शत्रु देशों के खिलाफ सैन्य गठबंधन बनाए गए।
9. नरम शक्ति (Soft Power) से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
नरम शक्ति का तात्पर्य है किसी देश की संस्कृति, विचारधारा और कूटनीति के माध्यम से प्रभाव डालना।
उदाहरण:
शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान।
आर्थिक सहायता।
10. आर्थिक सुरक्षा का क्या महत्व है?
उत्तर:
आर्थिक सुरक्षा से तात्पर्य है किसी देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर और आत्मनिर्भर बनाना।
यह रोजगार, औद्योगिक विकास, और निवेश पर निर्भर करती है।
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लघु प्रश्न
1. पारंपरिक और गैर-पारंपरिक सुरक्षा में अंतर बताएं।
2. मानव सुरक्षा के मुख्य पहलू क्या हैं?
3. नरम शक्ति और कठोर शक्ति (Hard Power) में क्या अंतर है?
4. पर्यावरणीय सुरक्षा के प्रमुख खतरों का उल्लेख करें।
5. आतंकवाद वैश्विक सुरक्षा के लिए क्यों चुनौती है?
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विस्तृत प्रश्न
1. समकालीन विश्व में सुरक्षा की बदलती अवधारणा का वर्णन करें।
2. गैर-पारंपरिक सुरक्षा के प्रमुख खतरों की व्याख्या करें।
3. पर्यावरणीय सुरक्षा के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों का मूल्यांकन करें।
4. शीत युद्ध और शीत युद्ध के बाद सुरक्षा की अवधारणा में क्या अंतर आया?
5. आर्थिक सुरक्षा और वैश्विक विकास के संबंध पर चर्चा करें।
अगर किसी विशेष प्रश्न का विस्तृत उत्तर चाहिए, तो बताएं!
12वीं राजनीति विज्ञान - अध्याय 9: वैश्वीकरण के महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर नीचे दिए गए हैं। यह अध्याय वैश्वीकरण की परिभाषा, इसके प्रभाव, और विभिन्न देशों की आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक व्यवस्थाओं पर इसके प्रभाव को समझने पर आधारित है।
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महत्वपूर्ण प्रश्न
1. वैश्वीकरण से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
वैश्वीकरण का तात्पर्य विभिन्न देशों के बीच आर्थिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और तकनीकी संपर्क के माध्यम से बढ़ती पारस्परिक निर्भरता और एकीकरण से है।
2. वैश्वीकरण के प्रमुख कारक क्या हैं?
उत्तर:
संचार और सूचना प्रौद्योगिकी में प्रगति।
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और निवेश।
मुक्त बाजार अर्थव्यवस्था का विस्तार।
वैश्विक संस्थानों (WTO, IMF, विश्व बैंक) की भूमिका।
3. वैश्वीकरण के क्या लाभ हैं?
उत्तर:
देशों के बीच आर्थिक सहयोग।
रोजगार के अवसरों में वृद्धि।
विज्ञान और तकनीक का प्रसार।
सांस्कृतिक आदान-प्रदान।
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा।
4. वैश्वीकरण के क्या नुकसान हैं?
उत्तर:
आर्थिक असमानता बढ़ना।
पर्यावरणीय संकट।
स्थानीय संस्कृतियों का ह्रास।
बहुराष्ट्रीय कंपनियों का प्रभुत्व।
विकासशील देशों की निर्भरता।
5. वैश्वीकरण का भारतीय समाज पर क्या प्रभाव पड़ा है?
उत्तर:
आर्थिक:
विदेशी निवेश में वृद्धि।
उदारीकरण और निजीकरण।
सांस्कृतिक:
पाश्चात्य संस्कृति का प्रभाव।
भारतीय परंपराओं में बदलाव।
राजनीतिक:
अंतर्राष्ट्रीय संगठनों का प्रभाव।
6. WTO (विश्व व्यापार संगठन) का वैश्वीकरण में क्या योगदान है?
उत्तर:
व्यापारिक बाधाओं को कम करना।
मुक्त व्यापार को बढ़ावा देना।
व्यापार विवादों का समाधान।
विकासशील देशों के व्यापार में सुधार।
7. वैश्वीकरण का पर्यावरण पर क्या प्रभाव है?
उत्तर:
प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक उपयोग।
प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग में वृद्धि।
पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता।
8. क्या वैश्वीकरण सभी देशों के लिए समान रूप से लाभकारी है?
उत्तर:
नहीं, वैश्वीकरण ने विकसित देशों को अधिक लाभ पहुंचाया है जबकि विकासशील और अविकसित देश आर्थिक असमानता और निर्भरता का सामना कर रहे हैं।
9. बहुराष्ट्रीय कंपनियों का वैश्वीकरण में क्या योगदान है?
उत्तर:
वैश्विक निवेश और व्यापार में वृद्धि।
रोजगार के अवसर पैदा करना।
नई तकनीकों और प्रबंधन पद्धतियों को साझा करना।
हालांकि, इन कंपनियों ने छोटे उद्योगों और स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं पर नकारात्मक प्रभाव डाला है।
10. भारत में उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण (LPG) की नीति का क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
विदेशी निवेश में वृद्धि।
औद्योगिक उत्पादन और निर्यात में सुधार।
रोजगार के नए अवसर।
हालांकि, इससे असमानता और आर्थिक अस्थिरता भी बढ़ी।
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लघु प्रश्न
1. वैश्वीकरण का शाब्दिक अर्थ क्या है?
2. WTO का मुख्य उद्देश्य क्या है?
3. वैश्वीकरण के आर्थिक लाभों का उल्लेख करें।
4. वैश्वीकरण से स्थानीय संस्कृतियों पर क्या प्रभाव पड़ा है?
5. भारत में वैश्वीकरण की शुरुआत कब हुई?
1991 में।
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विस्तृत प्रश्न
1. वैश्वीकरण के कारणों और प्रभावों का विस्तार से वर्णन करें।
2. वैश्वीकरण का भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव का विश्लेषण करें।
3. वैश्वीकरण और पर्यावरणीय संकट के बीच संबंध पर चर्चा करें।
4. बहुराष्ट्रीय कंपनियों की भूमिका और प्रभाव का मूल्यांकन करें।
5. क्या वैश्वीकरण का प्रभाव सकारात्मक है या नकारात्मक? तर्क सहित समझाएँ।
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महत्वपूर्ण बिंदु
वैश्वीकरण ने आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक संरचनाओं को प्रभावित किया है।
विकासशील देशों को वैश्वीकरण के अवसरों और चुनौतियों दोनों का सामना करना पड़ रहा है।
पर्यावरणीय संकट और आर्थिक असमानता वैश्वीकरण की प्रमुख चुनौतियाँ हैं।
यदि किसी प्रश्न का विस्तृत उत्तर चाहिए, तो कृपया बताएं!
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