RVM और Blockchain Voting : एक विश्लेषण
🔹 परिचय
भारत में लोकतंत्र की सफलता का आधार है – निष्पक्ष और व्यापक मतदान। लेकिन प्रवासी मजदूरों, नौकरीपेशा लोगों, विद्यार्थियों तथा विदेश में बसे भारतीयों के सामने अक्सर समस्या रहती है कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्र में जाकर मतदान नहीं कर पाते। इस चुनौती के समाधान हेतु दो आधुनिक विकल्प सामने आए हैं –
1. RVM (Remote Voting Machine)
2. Blockchain आधारित Voting
🔹 1. Remote Voting Machine (RVM)
RVM भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा विकसित EVM (Electronic Voting Machine) का उन्नत रूप है।
इसका उद्देश्य उन मतदाताओं को मतदान की सुविधा देना है जो अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र से बाहर रहते हैं।
✦ कार्यप्रणाली
एक ही RVM पर कई निर्वाचन क्षेत्रों (multi-constituency) की व्यवस्था रहती है।
मतदाता वर्तमान स्थान पर जाकर मशीन से वोट देता है।
उसका वोट सीधे उसके गृह निर्वाचन क्षेत्र की गिनती में जुड़ जाता है।
✦ लाभ
प्रवासी मजदूरों और विद्यार्थियों को मतदान का अवसर।
मतदान प्रतिशत (voter turnout) बढ़ेगा।
✦ चुनौतियाँ
तकनीकी सुरक्षा (हैकिंग या गड़बड़ी से बचाव)।
राजनीतिक दलों का विश्वास जीतना।
बड़े पैमाने पर लॉजिस्टिक प्रबंधन।
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🔹 2. Blockchain Voting
यह मतदान की डिजिटल और इंटरनेट आधारित प्रणाली है।
इसमें प्रत्येक वोट एक ब्लॉक के रूप में सुरक्षित होता है और यह ब्लॉकों की चेन (Blockchain) में जुड़ जाता है।
✦ विशेषताएँ
सुरक्षा: डेटा बदला नहीं जा सकता।
पारदर्शिता: वोट की स्वतंत्र पुष्टि (verification) संभव।
Accessibility: कहीं से भी मतदान (NRI व प्रवासी मतदाताओं के लिए उपयोगी)।
Auditability: परिणाम का स्वतंत्र सत्यापन।
✦ चुनौतियाँ
इंटरनेट व स्मार्टफोन की कमी (Digital Divide)।
साइबर हमलों का खतरा।
मतदाता की गोपनीयता (Secret Ballot) की रक्षा।
कानूनी प्रावधानों की कमी।
✦ भारतीय सन्दर्भ
भारत में अभी Blockchain Voting औपचारिक रूप से लागू नहीं हुई है।
2020 में निर्वाचन आयोग व IIT-मद्रास ने मिलकर इस पर पायलट प्रोजेक्ट किया।
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🔹 तुलना : RVM बनाम Blockchain Voting
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🔹 निष्कर्ष
भारत में लोकतंत्र को और सशक्त बनाने के लिए प्रवासी मतदाताओं की भागीदारी ज़रूरी है। RVM अपेक्षाकृत आसान और मशीन-आधारित समाधान है, जबकि Blockchain Voting भविष्य की डिजिटल दिशा की ओर संकेत करता है।
संभव है कि निकट भविष्य में दोनों तकनीकें एक-दूसरे की पूरक बनकर मतदान प्रणाली को और अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और सर्वसुलभ बनाएँ।
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