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12th Political Science Complete Notes

  📘 Part A: Contemporary World Politics (समकालीन विश्व राजनीति) The Cold War Era (शीत युद्ध का दौर) The End of Bipolarity (द्विध्रुवीयता का अंत) US Hegemony in World Politics ( विश्व राजनीति में अमेरिकी वर्चस्व ) Alternative Centres of Power ( शक्ति के वैकल्पिक केंद्र ) Contemporary South Asia ( समकालीन दक्षिण एशिया ) International Organizations ( अंतर्राष्ट्रीय संगठन ) Security in the Contemporary World ( समकालीन विश्व में सुरक्षा ) Environment and Natural Resources ( पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधन ) Globalisation ( वैश्वीकरण ) 📘 Part B: Politics in India Since Independence (स्वतंत्रता के बाद भारत में राजनीति) Challenges of Nation-Building (राष्ट्र निर्माण की चुनौतियाँ) Era of One-Party Dominance (एक-दलीय प्रभुत्व का युग) Politics of Planned Development (नियोजित विकास की राजनीति) India’s External Relations (भारत के विदेश संबंध) Challenges to and Restoration of the Congress System ( कांग्रेस प्रणाली की चुनौतियाँ और पुनर्स्थापना ) The Crisis of Democratic...

Ayushi Verma: A Story of Perseverance and Patriotism

सपनों को पंख: रीवा की आयुषी वर्मा से सीखें जज़्बे की कहानी

जीवन में सफलता कभी अचानक नहीं मिलती, इसके पीछे वर्षों की मेहनत, धैर्य और आत्मविश्वास छिपा होता है। रीवा की आयुषी वर्मा ने यह साबित कर दिया कि यदि लक्ष्य साफ हो और हौसला बुलंद, तो कोई भी सपना असंभव नहीं है।


सपनों की शुरुआत

रीवा की गलियों में पली-बढ़ी आयुषी ने बचपन में जब पहली बार वायुसेना की पायलट अवनी चतुर्वेदी का पोस्टर देखा, तभी मन में ठान लिया – “मैं भी सेना में जाऊंगी।” बचपन का यह सपना उनकी जिंदगी का लक्ष्य बन गया।


संघर्ष और मेहनत

आसान राह कभी नहीं होती। सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने लगातार करंट अफेयर्स पढ़े, सामान्य ज्ञान को मजबूत किया और शारीरिक फिटनेस पर ध्यान दिया। कई बार असफलताओं ने राह रोकी, लेकिन उन्होंने हार मानना स्वीकार नहीं किया।


परिवार का साथ

उनके पिता, जो एक स्कूल में स्पोर्ट्स टीचर हैं, हमेशा कहते – “हार मानना आसान है, लेकिन जीतना उन्हीं का हक है जो अंत तक डटे रहते हैं।” इसी प्रेरणा ने आयुषी को हर चुनौती से पार कराया।


सफलता की उड़ान

UPSC CDS परीक्षा में आयुषी ने ऑल इंडिया 24वीं रैंक और टेक्निकल एंट्री में पहला स्थान हासिल किया। यह उपलब्धि केवल उनकी व्यक्तिगत जीत नहीं, बल्कि रीवा और पूरे विंध्य क्षेत्र के लिए गौरव का क्षण है। अब वे भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनने जा रही हैं।


हम सबके लिए संदेश

आयुषी की कहानी हमें यह सिखाती है कि –

  • सपने देखने की हिम्मत करो।
  • मेहनत और अनुशासन को जीवन का हिस्सा बनाओ।
  • असफलताओं से घबराओ मत, उनसे सीखो।
  • और सबसे महत्वपूर्ण – कभी खुद पर भरोसा मत खोना।

निष्कर्ष

आयुषी वर्मा की यात्रा इस बात का प्रमाण है कि छोटे शहर की एक साधारण लड़की भी अपने बड़े सपनों को सच कर सकती है। आज वह हम सबके लिए एक प्रेरणा हैं।

👉 अगर आपके दिल में भी कोई सपना है, तो याद रखिए – सपनों को पंख सिर्फ मेहनत और विश्वास ही दे सकते हैं।


UPSC के दृष्टिकोण से उक्त कहानी का विश्लेषण 

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