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Directive Principles of State Policy: Guiding India's Vision for a Welfare State

 राज्य के नीति निदेशक तत्व: कल्याणकारी राज्य का मार्गदर्शक दर्शन प्रस्तावना: संविधान की आत्मा का जीवंत हिस्सा भारतीय संविधान का भाग 4, जो अनुच्छेद 36 से 51 तक फैला है, 'राज्य के नीति निदेशक तत्व' (Directive Principles of State Policy – DPSPs) का खजाना है। ये तत्व भारत को एक ऐसे कल्याणकारी राज्य की ओर ले जाने का सपना दिखाते हैं, जहाँ न केवल राजनीतिक आज़ादी हो, बल्कि सामाजिक और आर्थिक न्याय भी हर नागरिक तक पहुँचे। ये तत्व भले ही अदालतों में लागू करवाने योग्य न हों, लेकिन ये संविधान की उस चेतना को दर्शाते हैं जो भारत को समता, न्याय और बंधुत्व का देश बनाने की प्रेरणा देती है।  यह संपादकीय लेख भाग 4 के महत्व, इसके ऐतिहासिक और समकालीन संदर्भ, इसकी उपलब्धियों और चुनौतियों को सरल, रुचिकर और गहन तरीके से प्रस्तुत करता है। आइए, इस यात्रा में शामिल हों और समझें कि कैसे ये तत्व आज भी भारत के भविष्य को आकार दे रहे हैं। ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: स्वतंत्र भारत का नीतिगत सपना जब भारत ने 1947 में आज़ादी हासिल की, तब संविधान निर्माताओं के सामने एक सवाल था: स्वतंत्र भारत कैसा होगा? क्या वह केवल औपनिवे...

राजनीतिक विचारक श्रृंखला : प्लेटो

प्लेटो से जुड़े वे मुख्य सवाल जो अक्सर एग्जाम्स में पूछे जाते हैं। 

यहां प्लेटो से जुड़े मुख्य सवालों के उत्तर दिए गए हैं। यह जानकारी आपको परीक्षाओं में मदद करेगी:

1. प्लेटो का जन्म कब और कहाँ हुआ था?

प्लेटो का जन्म 427 ईसा पूर्व एथेंस (यूनान) में हुआ था।

2. प्लेटो के गुरु और शिष्य कौन थे?

गुरु: सुकरात (Socrates)

शिष्य: अरस्तू (Aristotle)

3. प्लेटो के जीवन पर उनके गुरु सुकरात का क्या प्रभाव पड़ा?

सुकरात के न्याय, सदाचार और सत्य के विचारों ने प्लेटो को गहराई से प्रभावित किया। सुकरात की मृत्यु के बाद प्लेटो ने अपने दर्शन को आगे बढ़ाया।

4. प्लेटो ने अपने विचारों को प्रस्तुत करने के लिए किस शैली का प्रयोग किया?

प्लेटो ने संवाद शैली (Dialogue form) का प्रयोग किया, जिसमें उनके गुरु सुकरात अक्सर मुख्य वक्ता होते थे।

5. प्लेटो द्वारा लिखी गई प्रसिद्ध पुस्तकें कौन-कौन सी हैं?

The Republic (गणराज्य)

The Laws (नियम)

The Statesman (राजनीतिज्ञ)

Apology (माफी)

Crito (क्रीटो)

6. The Republic में प्लेटो ने आदर्श राज्य की परिकल्पना कैसे की है?

प्लेटो ने आदर्श राज्य में तीन वर्गों (शासक, सैनिक और श्रमिक) की व्यवस्था दी।

राज्य का नेतृत्व दार्शनिक राजा (Philosopher King) करेंगे।

न्याय को उन्होंने हर वर्ग द्वारा अपने कर्तव्यों के पालन में देखा।

7. प्लेटो के आदर्श राज्य की मुख्य विशेषताएं क्या हैं?

1. राज्य तीन वर्गों में विभाजित है – शासक (ज्ञान रखने वाले), सैनिक (साहस रखने वाले), और श्रमिक (आवश्यकताएं पूरी करने वाले)।

2. शिक्षा और योग्यता के आधार पर वर्गों का चयन होता है।

3. न्याय का अर्थ: हर वर्ग अपनी भूमिका निभाए।

4. संपत्ति का सामूहिक स्वामित्व।

8. प्लेटो का "रूप सिद्धांत" (Theory of Forms) क्या है?

प्लेटो ने कहा कि हर भौतिक वस्तु का एक आदर्श रूप (Form) होता है, जो शाश्वत और अमूर्त होता है।

उदाहरण: हर गोल वस्तु "गोलाई" के आदर्श रूप का प्रतिबिंब है।

9. "गुफा की उपमा" (Allegory of the Cave) के माध्यम से प्लेटो ने क्या समझाने की कोशिश की?

गुफा में कैदी वास्तविकता से अनजान होते हैं और केवल छायाएं देखते हैं।

गुफा के बाहर की रोशनी सत्य और ज्ञान का प्रतीक है।

यह उपमा अज्ञान से ज्ञान की ओर जाने की प्रक्रिया को दर्शाती है।

10. प्लेटो ने "दार्शनिक राजा" की अवधारणा क्यों दी?

प्लेटो के अनुसार, केवल दार्शनिक राजा ही सत्य का ज्ञान रखते हैं और राज्य का नेतृत्व करने के लिए सबसे योग्य होते हैं।

11. प्लेटो के शिक्षा के उद्देश्य और महत्व क्या हैं?

शिक्षा का उद्देश्य: आत्मा का विकास और सत्य की खोज।

उन्होंने शिक्षा को ज्ञान के साथ-साथ नैतिकता का साधन बताया।

12. प्लेटो की आलोचनाएं क्या हैं?

1. आदर्श राज्य व्यावहारिक नहीं है।

2. संपत्ति और परिवार का सामूहिक स्वामित्व मानव स्वभाव के खिलाफ है।

3. दार्शनिक राजा का विचार लोकतंत्र विरोधी है।

4. प्लेटो का समाज स्त्री और पुरुष की समानता के बावजूद पूर्ण स्वतंत्रता नहीं देता।

13. प्लेटो और अरस्तू के विचारों में क्या अंतर हैं?

1. प्लेटो ने आदर्शवाद (Idealism) पर बल दिया; अरस्तू ने यथार्थवाद (Realism) पर।

2. प्लेटो ने रूपों की स्वतंत्र सत्ता को माना; अरस्तू ने इसे नकारा।

3. प्लेटो ने आदर्श राज्य पर ध्यान केंद्रित किया; अरस्तू ने व्यावहारिक राजनीति पर।

14. प्लेटो के राजनीतिक सिद्धांतों का आधुनिक राजनीति में योगदान क्या है?

न्याय और वर्ग विभाजन के विचारों ने आधुनिक राजनीति के सामाजिक और राजनीतिक सिद्धांतों को प्रभावित किया।

शिक्षा और नेतृत्व के महत्व पर उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं।

इन उत्तरों को याद करके आप प्लेटो के जीवन और विचारों पर आधारित किसी भी सवाल का उत्तर दे सकते हैं।

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